अहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबाअहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबाए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबामहबूब-ए-ग़फ़्फ़ार ! अहलंव्व-सहलन मरहबामख़्ज़न-ए-अनवार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा
तू नाम-ए-नबी को चूम, तू इश्क़-ए-नबी में घूमहै गली गली में धूम, तू नारा लगा के झूमझूमती है ये ज़मीं झूमता है आसमांमरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाहमरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह
कोई गली ऐसी नहीं जो न सजी होकोई भी घर ऐसा नहीं जो न सजा होमहफ़िलें दुरूद की, न्याज़ें नबी पाक कीशरबत की सबीलें, मौला ने अता कीनबी नबी नबी नबी नबी विर्द रहेगामीलाद रहेगा, मीलाद रहेगामीलाद रहेगा, मीलाद रहेगा
ये चाँद रबीउल-अव्वल का चमकाता है, चमकाएगाईमान-ओ-अक़ीदत का जल्वा दिखलाता है, दिखलाएगा
baarahwin ka noor dil pe chha gayaaa gae nabi, aa gae nabiassalaamu 'alaika ya mustafa !assalaamu 'alaika ya mustafa !mere sarkaar aae, jhoomomere dildaar aae, jhoomomere sardaar aae, jhoomomere Gam-KHwaar aae, jhoomosarkaar ki aamad ! marhaba !dildaar ki aamad ! marhaba !Gam-KHwaar ki aamad ! marhaba !
Sehar ka wakt thaMasoom kaliyan muskurati thinHawain kher makdam ke tarane gun gunati thinAbhi Jibrail(A.S) bi Utrey bhi na they Kaabey ke mimber seKe itne me sada ayi yeh Abdullah ke ghr seMubarak ho Shahe har do jahan tashreef le aye
Balaghal 'Ula Bi Kamalihi, Kasha Fadduja BijamalihiHasunat Jami'u Khisaalihi Sallu 'Alayhi Wa AalihiWo Kamaal-e-husn-e-huzoor Hay, Kay Gumaan-e-naqs Jahaan NaheenYay-hee Phool Khaar Say Duur Hay, Yay-hee Sham'a Hai Kay Dhu-aan Naheen
स़ल्लू अ़लयहि व आलिहिस़ल्लू अ़लयहि व आलिहिआए ग़म जिधर से उधर गएमेरे बिगड़े काम संवर गएमैंने जब ज़ुबान से ये कहास़ल्लू अ़लयहि व आलिहिस़ल्लू अ़लयहि व आलिहिमैं था क्या, मुझे क्या बना दियामुझे इश्क़े-अहमद अता कियाहो भला हुज़ूर की आल कास़ल्लू अ़लयहि व आलिहिस़ल्लू अ़लयहि व आलिहि
An Nabi Sallu AlaihAn Nabi Sallu Alaihsalawatullah alaihWa yanaalul barakakullu man salla alaih
करम के बादल बरस रहे हैं, दिलों की खेती हरी भरी हैये कौन आया के ज़िक्र जिस का नगर नगर है गली गली हैये कौन आया के ज़िक्र जिस का नगर नगर है गली गली हैये कौन बन कर क़रार आया, ये कौन जाने-बहार आयागुलों के चेहरे हैं निखरे निखरे, कली कली में शगुफ़्तगी है
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबामरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबाया नबी शम्सुद्दुह़ा, या नबी बदरुद्दुजाया नबी ख़ैरुलवरा, या नबी या नबीया नबी, या नबी, या नबी, या नबीमरहबा ए जाने-जानां, जाने-ईमां या नबीमरहबा महबूबे-यज़दां, शाहे-ख़ूबां या नबीआप आए रोशनी फ़ैली, अँधेरा छट गयामरहबा सद मरहबा ए मेहरे-ताबां या नबी
ईदे मीलादुन्नबी है दिल बड़ा मसरूर हैहर तरफ है शादमानी, रन्जो-ग़म काफूर है