गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूरमाह-ए-रबिउन्नूर ने बख़्शा रहमत का दस्तूरआया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूरआया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूरप्यारे नबी का नूर चला जब आदम की पेशानी सेपुश्त-ए-ख़लीली तक पहुँचा है रहमत की तुग़्यानी सेआदम ता ईसा कहते हैं आया रब का नूर
स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला ह़बीबेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला शफीएना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !मरहबा मरहबा मरहबा मरहबाआए सरकार आए, मेरे दिलदार आएमेरे ग़म-ख़्वार आए, मेरे लजपाल आएआज जश्न-ए-विलादत है सरकार काहम मनाएंगे मिल कर ब-हर-हाल भीमौसम-ए-पुर-बहाराँ महकने लगाऔर लाज़ा हुए दिल के अहवाल भी
Baraah Rabiul Awwal ke Din Abre Baharaan chhaae Mere Sarkar aaye Mere Sarkar aayeAamena Tere Ghar aa kar Jibreel payaam Yeh laayeMere Sarkar aaye Mere Sarkar aaye
नबी-ए-मुअज़्ज़म, हबीब-ए-मुकर्रम ब-सद शान ख़ैरुल-अनाम आ रहा हैफ़लक से मलक आ गए हैं ज़मीं पर, ख़ुदा का दुरूद-ओ-सलाम आ रहा है
रल ख़ुशियाँ यार मनाओ, अल्लाह ने करम कमायासाडा कमली वाला आयाअज होइयाँ चार चुफेरे ओहदे करम दियाँ बरसाताँहोया नूर दा नूरी चानन, सब मुकियाँ कालियाँ राताँतुसी फ़र्शियो फ़र्श सजाओ, अल्लाह वी अर्श सजायासाडा कमली वाला आया
दीवानों ! घर सजाओ, सरकार आ रहे हैंनारे सभी लगाओ, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैंआमद पे मुस्तफ़ा की सज्दे में जा के का'बाकहता है सर, सर झुकाओ, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं
आई ईदों की ईद है, ईद-ए-मीलादुन्नबीमुझ को बड़ी ख़ुशी है, आमिना के लाल आ गएक्यूँ ना मैं मुस्कुराऊँ ! आमिना के लाल आ गएआए नबी मेरे नबी ! नबी नबीआए नबी मेरे नबीआए नबी, प्यारे नबी, मेरे नबी, मीठे नबी
अहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबाअहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबाए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबामहबूब-ए-ग़फ़्फ़ार ! अहलंव्व-सहलन मरहबामख़्ज़न-ए-अनवार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा
तू नाम-ए-नबी को चूम, तू इश्क़-ए-नबी में घूमहै गली गली में धूम, तू नारा लगा के झूमझूमती है ये ज़मीं झूमता है आसमांमरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाहमरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह
कोई गली ऐसी नहीं जो न सजी होकोई भी घर ऐसा नहीं जो न सजा होमहफ़िलें दुरूद की, न्याज़ें नबी पाक कीशरबत की सबीलें, मौला ने अता कीनबी नबी नबी नबी नबी विर्द रहेगामीलाद रहेगा, मीलाद रहेगामीलाद रहेगा, मीलाद रहेगा
ये चाँद रबीउल-अव्वल का चमकाता है, चमकाएगाईमान-ओ-अक़ीदत का जल्वा दिखलाता है, दिखलाएगा