या रब्ब-ए-मुस्तफ़ा तू मुझे हज पे बुला / Ya Rabb-e-Mustafa Tu Mujhe Haj Pe Bula

“या रब्बे मुस्तफा तु मुझे हज पे बुला”“आके में देख लूँ आँख से काबा तेरा”“तू बेहिसाब बख्श दे अत्तारे ज़ार को”“तुझको नबी का वास्ता या रब्बे मुस्तफा”